tag:blogger.com,1999:blog-7323308728701000721.post7192639292511650215..comments2024-03-08T12:04:03.292+05:30Comments on jmathur_swayamprabha: भारत की महान गुरु-शिष्य परम्परा पर आधारित हृदयस्पर्शी कथा जितेन्द्र माथुरhttp://www.blogger.com/profile/15539997661147926371noreply@blogger.comBlogger24125tag:blogger.com,1999:blog-7323308728701000721.post-79160876919834697962023-08-14T14:10:03.746+05:302023-08-14T14:10:03.746+05:30हृदयतल से आपके प्रति आभार प्रकट करता हूँ माननीया म...हृदयतल से आपके प्रति आभार प्रकट करता हूँ माननीया मीना जी.जितेन्द्र माथुरhttps://www.blogger.com/profile/15539997661147926371noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7323308728701000721.post-29219670910873602162023-08-13T19:24:18.796+05:302023-08-13T19:24:18.796+05:30गुरू शिष्य के संबंधों को फ़िल्म “पायल की झंकार” की...गुरू शिष्य के संबंधों को फ़िल्म “पायल की झंकार” की गहन समीक्षा के साथ बहुत बारीकी से प्रस्तुत किया है जितेन्द्र जी । लेख के समापन के साथ मन में कसक के साथ वहीं प्रश्न उभरे जो आप के मन में आए । उत्कृष्ट सृजन और चिन्तन के लिए बहुत बहुत बधाई । लिखते रहिए जितेन्द्र जी आपकी लेखनी से निःसृत लेख और समीक्षाएँ सराहनीय हैं ।Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7323308728701000721.post-35596214580152723662021-04-10T16:23:48.493+05:302021-04-10T16:23:48.493+05:30हृदय की गहराई से आभार प्रकट करता हूँ इंदु जी आपके ...हृदय की गहराई से आभार प्रकट करता हूँ इंदु जी आपके प्रति। इस फ़िल्म को अवश्य देखिए। अभिभूत हो जाएंगी आप।जितेन्द्र माथुरhttps://www.blogger.com/profile/15539997661147926371noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7323308728701000721.post-68346637430394302722021-04-10T15:35:36.607+05:302021-04-10T15:35:36.607+05:30आपकी प्रभावशाली लेखनी ने ऐसा प्रवाह बांधा कि मैंने...आपकी प्रभावशाली लेखनी ने ऐसा प्रवाह बांधा कि मैंने कब प्रारंभ किया और कब अंत तक पहुंच गई, एक सांस में पूरा लेख पढ़ गई और बाध्य हो गई हूं इस फिल्म को देखने के लिए। इन्दु पुरीhttps://www.blogger.com/profile/10029621653320138925noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7323308728701000721.post-42977559340862251412021-04-10T12:54:07.026+05:302021-04-10T12:54:07.026+05:30आपका आभार किन शब्दों में व्यक्त करूं वर्षा जी? आपक...आपका आभार किन शब्दों में व्यक्त करूं वर्षा जी? आपकी प्रशंसा ने मुझे मूक कर दिया है।जितेन्द्र माथुरhttps://www.blogger.com/profile/15539997661147926371noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7323308728701000721.post-86132693850271301812021-04-10T12:16:09.612+05:302021-04-10T12:16:09.612+05:30आदरणीय माथुर जी,
1980 की यह मूवी मैंने 1982 में...आदरणीय माथुर जी,<br /> 1980 की यह मूवी मैंने 1982 में देखी थी। बहुत सही प्रश्न उठाए हैं आपने। आपकी शानदार लेखन शैली के कारण यह पूरा लेख आद्योपांत बहुत रोचक है। आदरणीय,<br />विषय चयन में आपका जवाब नहीं।<br />हार्दिक शुभकामनाओं सहित,<br />सादर,<br />डॉ. वर्षा सिंह<br />Dr Varsha Singhhttps://www.blogger.com/profile/02967891150285828074noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7323308728701000721.post-210924854948608922021-04-09T06:33:47.544+05:302021-04-09T06:33:47.544+05:30अवश्य देखिए जिज्ञासा जी । बहुत अच्छी फ़िल्म है यह ...अवश्य देखिए जिज्ञासा जी । बहुत अच्छी फ़िल्म है यह । हृदय से आभार आपका ।जितेन्द्र माथुरhttps://www.blogger.com/profile/15539997661147926371noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7323308728701000721.post-7112576223231711632021-04-09T00:46:15.049+05:302021-04-09T00:46:15.049+05:30हमेशा की तरह आपकी यह समीक्षा भी बहुत ही गहन और प्र...हमेशा की तरह आपकी यह समीक्षा भी बहुत ही गहन और प्रभावी है,आपकी बताई फिल्में देखने की लालसा बढ़ जाती है,और जरूर देखूंगी । सुंदर समीक्षा के लिए हार्दिक शुभकामनाएं ।जिज्ञासा सिंह https://www.blogger.com/profile/06905951423948544597noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7323308728701000721.post-16145013915154578532021-04-09T00:01:31.635+05:302021-04-09T00:01:31.635+05:30बहुत-बहुत आभार आदरणीय संदीप जी। बहुत-बहुत आभार आदरणीय संदीप जी। जितेन्द्र माथुरhttps://www.blogger.com/profile/15539997661147926371noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7323308728701000721.post-76648986066512260002021-04-08T19:39:21.985+05:302021-04-08T19:39:21.985+05:30बहुत गहरा आलेख है, बहुत गहन तौर पर लिखा गया, मन से...बहुत गहरा आलेख है, बहुत गहन तौर पर लिखा गया, मन से लिखा गया...गहरे उतर गया। बहुत बधाई PRAKRITI DARSHANhttps://www.blogger.com/profile/10412459838166453272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7323308728701000721.post-42214899026414193092021-04-08T17:36:06.403+05:302021-04-08T17:36:06.403+05:30हार्दिक आभार आदरणीय सुरेन्द्र जी । मेरा आपको आश्वा...हार्दिक आभार आदरणीय सुरेन्द्र जी । मेरा आपको आश्वासन है कि पायल की झंकार आपको बहुत प्रेरक एवं मनभावन लगेगी ।जितेन्द्र माथुरhttps://www.blogger.com/profile/15539997661147926371noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7323308728701000721.post-26831227315618623262021-04-08T16:41:12.406+05:302021-04-08T16:41:12.406+05:30बहुत परिश्रम भरा और सुन्दर आलेख, अच्छी समीक्षा, ग...बहुत परिश्रम भरा और सुन्दर आलेख, अच्छी समीक्षा, गुरु शिष्य पर आधारित , पायल की झंकार मै भी अब देखूंगा , जय श्री राधेSURENDRA KUMAR SHUKLA BHRAMAR5https://www.blogger.com/profile/11163697127232399998noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7323308728701000721.post-10706595383474382602021-04-08T12:42:12.759+05:302021-04-08T12:42:12.759+05:30हार्दिक आभार आदरणीय वीरेंद्र जी। पहले तो पूरी फ़िल्...हार्दिक आभार आदरणीय वीरेंद्र जी। पहले तो पूरी फ़िल्म ही यूट्यूब पर उपलब्ध थी। आपको कभी पूरी फ़िल्म किसी भी तरह देखने का अवसर मिले तो अवश्य देखिएगा। यह सचमुच ही एक ऐसी फ़िल्म है जो आपके मन को शांति और आनंद से भर देगी।जितेन्द्र माथुरhttps://www.blogger.com/profile/15539997661147926371noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7323308728701000721.post-41185468288245432772021-04-08T11:11:01.543+05:302021-04-08T11:11:01.543+05:30पायल की झंकार की समीक्षा पढ़कर इस फिल्म के कुछ अंश...पायल की झंकार की समीक्षा पढ़कर इस फिल्म के कुछ अंशों को यूट्यूब पर देखकर कॉमेंट कर रहा हूँ। फिल्म वाकई अच्छी है। सुंदर समीक्षा के लिए आपका आभार। आपके सवाल भी सही है। बधाई आपको।Vocal Babahttps://www.blogger.com/profile/02214260420282752358noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7323308728701000721.post-57947518387143105122021-04-08T08:26:04.582+05:302021-04-08T08:26:04.582+05:30हृदय की गहनता से आपका कृतज्ञता-ज्ञापन करता हूँ मान...हृदय की गहनता से आपका कृतज्ञता-ज्ञापन करता हूँ माननीया वर्षा जी । जितेन्द्र माथुरhttps://www.blogger.com/profile/15539997661147926371noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7323308728701000721.post-2167401433496135972021-04-08T08:19:32.812+05:302021-04-08T08:19:32.812+05:30आभार शास्त्री जी ।आभार शास्त्री जी ।जितेन्द्र माथुरhttps://www.blogger.com/profile/15539997661147926371noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7323308728701000721.post-56708964539798322262021-04-08T07:24:37.246+05:302021-04-08T07:24:37.246+05:30सुन्दर समीक्षा।सुन्दर समीक्षा।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7323308728701000721.post-79571987069716773612021-04-08T06:16:59.093+05:302021-04-08T06:16:59.093+05:30बहुत दिलचस्प लेख.... विचारोत्तेजक और मर्मस्पर्शी भ...बहुत दिलचस्प लेख.... विचारोत्तेजक और मर्मस्पर्शी भी...<br />Dr Varsha Singhhttps://www.blogger.com/profile/02967891150285828074noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7323308728701000721.post-86221451895897308572021-04-08T02:50:05.861+05:302021-04-08T02:50:05.861+05:30हार्दिक आभार आदरणीया संगीता जी ।हार्दिक आभार आदरणीया संगीता जी ।जितेन्द्र माथुरhttps://www.blogger.com/profile/15539997661147926371noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7323308728701000721.post-92114571096509062022021-04-08T02:49:15.650+05:302021-04-08T02:49:15.650+05:30जी आलोक जी । वैसे मेरा मत यह है कि समाज के अनुरूप ...जी आलोक जी । वैसे मेरा मत यह है कि समाज के अनुरूप साहित्य होता है, साहित्य के अनुरूप समाज नहीं ।।जितेन्द्र माथुरhttps://www.blogger.com/profile/15539997661147926371noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7323308728701000721.post-17458579230989675162021-04-07T23:04:26.335+05:302021-04-07T23:04:26.335+05:30कितनी गहनता से सभी पिक्चर्स की बात कही है .... सा...कितनी गहनता से सभी पिक्चर्स की बात कही है .... सार्थक प्रश्न उठाये हैं ... संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7323308728701000721.post-17040629515524576882021-04-07T20:19:27.652+05:302021-04-07T20:19:27.652+05:30आपके प्रश्न स्वाभाविक हैं ।मैं समझता हूं कि अगर इस...आपके प्रश्न स्वाभाविक हैं ।मैं समझता हूं कि अगर इसी दिशा में साहित्य का सृजन हो तो अवश्य समाज pr कुछ असर अवश्य पड़ेगा । पर हलके साहित्य को कौन रोकेगा । जो समाज को दूसरी दिशा में ले जा रहा है ।<br />।आलोक सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/17318621512657549867noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7323308728701000721.post-13548394475239914522021-04-07T13:27:48.531+05:302021-04-07T13:27:48.531+05:30जी हाँ अमृता जी। हृदयतल से आपका आभारी हूँ आपके आगम...जी हाँ अमृता जी। हृदयतल से आपका आभारी हूँ आपके आगमन एवं प्रतिक्रिया हेतु ।जितेन्द्र माथुरhttps://www.blogger.com/profile/15539997661147926371noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7323308728701000721.post-88769548146576288162021-04-07T12:47:50.545+05:302021-04-07T12:47:50.545+05:30आपके प्रश्नों की असाध्य पीड़ा समझी जा सकती है क्यो...आपके प्रश्नों की असाध्य पीड़ा समझी जा सकती है क्योंकि ये प्रश्न हर भावुक एवं कोमल हृदय की पीड़ा है । कोमल कल्पनाओं के रहते हुए यथार्थ इतना कठोर क्यों है ? <br />Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.com